आपने ये गाना तो सुना ही होगा “मेरे अंगने मैं तुम्हारा क्या काम है ? ” उसी तरह हमारे मन मैं सवाल आता है की “मेरे स्किन केयर रूटीन मैं टोनर का क्या काम है?चलिए आपके सारे सवालो के जवाब मैं दे देती हु।
क्या होता है टोनर ?
जब हम फेस वाश करते है तब साबुन या कोई भी क्लीन्ज़र उसे करते है जिससे हमारे फेस का पि एच बैलेंस बढ़ जाता है जिससे टोनर बैलेंस करता है

टोनर्स किस्से बने होते है ?
ज़्यादातर टोनर्स पानी और तेल या प्लांट एक्सट्रेक्ट यानि की पौधे के अर्क से बने होते ह। काफी सारे टोनर्स मैं अल्कोहल होता ह। जिससे हमे दूर रहना ह। क्योंकि अल्कोहल हमारी स्किन को सूखा बनता है।

टोनर्स कब इस्तेमाल करना चाहिए ?
सुबह और रात को टोनर इस्तेमाल करना चाहिए। जबभी हम फेस वाश करते है , हमे टोनर का इस्तेमाल करना चाहिए।

टोनर के फायदे?
फेस वाश करने के बाद भी हमारे चेहरे पर बचा हुआ आयल , मेकअप ,धूल मिटटी या कोई भी गंदगी को बहार निकलता है और स्किन के पोर्स यानि छिद्रो को छोटा करता है, मॉइस्चरीज़र की तरह काम करता है और स्किन के पि एच को बैलेंस करता है।

कौन सा टोनर इस्तमाल करना चाहिए ?
सेंसिटिव स्किन : अल्कोहल फ्री , विटामिन इ और एलो वेरा जेल वाला टोनर
ड्राई स्किन :ग्लिसरीन और एसेंशियल आयल वाला
पिम्पल एक्ने स्किन : अल्कोहल फ्री , अल्फ़ा हयड्रोक्सी एसिड वाला और सैलिसिलिक एसिड फ्री टोनर
नार्मल स्किन : हैलोरोनिक एसिड , ग्लिसरीन , विटामिन सी और अल्कोहल फ्री
कॉम्बिनेशन स्किन : लैक्टिक एसिड वाले टोनर

मेरे पास काफी सारे टोनर्स थे पर मैंने कभी टोनर्स को गंभीरता से नहीं लिए पर विश्वाश मानिये एक बार टोनर का महत्व जान लेंगे और लगाना शुरू करेंगे तब से धीरे धीरे फेस पर छोटे छोटे ही सही पर बदलाव आना शुरू हो जायेगा। आप भी शुरू कर दीजिये खूबसूरत,चमकती और
पोर छोटे होना शुरू हो जायेगा।